ax² + bx + c = 0
से निरूपित किया जाता है ,जहां a, b एवं c वास्तविक संख्या है तथा a का मान शून्य नही है।
द्विघात समीकरण में चर (x) का मान ज्ञात किया जाता है जिसे द्विघात समीकरण का मूल कहा जाता है।
किसी द्विघात समीकरण का दो और केवल दो ही मूल होता है जिसे क्रमशः α एवं β से निरूपित किया जाता है।
द्विघात समीकरण में a, b एवं c एक दूसरे से समन्धित होते है जो इस प्रकार है।
D = b² - 4ac
D को द्विघात समीकरण का विवेचक या विवित्तकर कहा जाता है।
D के मान से मूल की प्रकृति ज्ञात की जा सकती है।
1. मूल वास्तविक एवं आसमान होता है जब D का मान शून्य से बड़ा होता है।
2. मूल वास्तविक एवं समान होता है जब D का मान शून्य होता है
3. मूल वास्तविक नही होता है जब D का मान शून्य से छोटा होता है।
आगे जारी है ...........